Agnipath Yojana - क्या केंद्र सरकार सेना के पारम्परिक नियमों से खिलवाड़ कर रही है, आखिर क्या है अग्निपथ योजना क्या ये सही है या गलत चलिए जानते है,
Agnipath Yojana क्या है ( What is Agnipath Scheme )
दोस्तों केंद्र सरकार ने बीते मंगलवार 14 जून को बड़ी ही महत्वकांशी योजना को लॉन्च की है, मंत्रिमंडल की स्वीकृति मिलने के बाद भारतीय युवाओं के लिए सेना में भर्ती होने के लिए अग्निपथ योजना ( Agnipath Yojana ) को मंजूरी दे दी है |
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अग्निपथ योजना को लॉन्च करते हुवे इसे क्रांतिकारी बताया, उन्होंने कहाँ की अग्निवीर युवाओं को कम उम्र में सैन्य परीक्षण ओर स्वरोजगार के काबिल बनाया जायेगा 4 साल के कार्यकाल के दौरान उन्हें शानदार वेतन भी मिलेगा तो चलिए जानते है, अग्निवीर बनने के लिए आयु सीमा क्या है, इसमें अग्निवीर को महीने या सालाना कितना वेतन दिया जाएंगे ओर चार साल बाद अग्निवीरो के पास भविष्य के लिए क्या विकल्प होगें ओर उन्हें सेवा खत्म होने पर कितना पैसा मिलेगा.
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अग्निपथ योजना की सम्पूर्ण जानकारी हिन्दी में |
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अग्निवीर बनने के लिए आयु सीमा ( Agnipath Yojana Age limit )
दोस्तों अगर आप सोच रहे हों की हर बेरोजगार युवा अग्निवीर बन कर देश की सेवा कर सकता है तो ऐसा नहीं है, इसमें भी कुछ आयु सीमा निर्धारित की गयी है जों इस प्रकार है, अग्निवीर बनने के लिए आपकी आयु न्यूनतम - सत्तर ( 17 साल ) और अधिकतम 23 साल होनी चाहिए तभी आप अग्निवीर बन सकते हों.
अग्निवीर को महीने का कितना वेतन मिलेगा
अग्निपथ योजना के अंतर्गत अग्निवीर को पहले साल हर महीने 30, 000 वेतन मिलेगा जिसमें से 30% यानी 9000 फण्ड कटेगा तथा इन हैंड उसे 70% यानी 21,000 रूपये मिलेंगे अग्निवीर का वेतन हर साल बढ़ेगा जों चौथे साल में 30,000 से बढ़ कर 40,000 तक हों जायेगा तथा चार साल बाद ये जवान सेना छोड़ेगे तो इन्हें लगभग 11,70,000 सेवा निधि के रूप में दिये जाएंगे Agnipath Yojana के तहत उन जवानों को एक विशेष सर्टिफिकेट भी दिया जायेगा जिससे उन्हें विभिन्न पदों पदों पर नौकरी पाने में सहायता मिलेगी, अग्निपथ योजना की खास बात यह है की इसमें अग्निवीर का 48 लाख का गैर अंशदाई जीवन बीमा भी किया जायेगा |
अग्निवीर वेतन संरचना ( Selary structure of agniveers )
Agnipath Yojana क्षतिपूर्ति
अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती जवान का 48 लाख का गैर अंशदाई जीवन बीमा किया जायेगा यदि सेवा के दौरान किसी कारण वस जवान की मृत्यु हों जाती है तो उसके परिवार वालो को 44 लाख का अनुदान दिया जायेगा, तथा उसकी बची सर्विस का भी भुकतान किया जायेगा तथा जवानों को मिलने वाली सेवा निधि भी सेवानिधि शहीद के परिवार वालो को दी जायेगी.
इसके विपरीत सर्विस के दौरान कोई अग्निवीर जवान दिव्यांग हों जाता है तो उस स्थिति में भी जवान को 100% दिव्यांग होने पर 44 लाख का मुआवजा , तथा 75% में 25 लाख का मुआवजा ओर 50% में 15 लाख का मुआवजा मिलेगा.
अग्निपथ योजना के भत्ते ( Agnipath Yojana Allowances )
अग्निपथ योजना के तहत कुछ भत्ते ( allowances ) भी दिये जाएंगे जिनमें जोखिम, राशन, वर्दी एवं ट्रैवल भत्ते मुख्य है, जों हर अग्निवीर को दिये जाएंगे.
अग्निपथ योजना : ट्रेनिंग ओर चार साल के कार्यकाल के बाद क्या होगा?
1- पहले 6 महीने ट्रैनिंग दी जायेगी |
2- सेना के जवानों के साथ देश सेवा का अवसर दिया जायेगा |
3- अग्निवीर चार साल के कार्यकाल के बाद अपनी इच्छा अनुसार रेगुलर सर्विस के लिए आवेदन कर सकेंगे |
4- हालांकि रेगुलर सर्विस के लिए कुल अग्निवीरो में से 25% को ही जगह मिलेगी |
5- 75% अग्निवीरो को घर भेज दिया जायेगा |
6- जों भी अग्निवीर जवान सेवा से मुक्त किये जायेगे उन्हें स्वरोजगार के काबिल बनाया जायेगा |
7- उन्हें सशस्त्र बलों और अन्य सरकारी सेवाओं में प्राथमिकता दी जायेगी |
8- साथ ही अग्निवीरो को पूर्व सैनिक कोटे का लाभ भी मिलेगा |
अग्निपथ योजना में पहले साल कितने युवाओं को भर्ती किया जायेगा?
Agnipath scheme के तहत पहले साल तकरीबन 46 हजार युवक / युवतियों को भर्ती किया जायेगा तथा यह सख्या हर साल कम या ज्यादा हों सकती है |
अग्निपथ योजना का उद्देश्य
Agnipath Yojana का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित है जों निचे बताये गये है,
- देशभक्त ओर प्रेरित युवाओं को जोश ओर जज्बे के साथ सशस्त्र बलों में शामिल होने का अवसर प्रदान करना है |
- इससे भारतीय सशस्त्र बलों की औसत आयु में लगभग 4 से 5 वर्ष की कमी आने की उम्मीद है |
- इस योजना में परिकल्पना की गयी है की सशस्त्र बलों की वर्तमान में औसत आयु 32 वर्ष है जों घट कर लगभग 26 वर्ष हों जायेगी |
- इस योजना का उद्देश्य भविष्य के लिए तैयार एक लड़ाकू बल बनाना है |
Agnipath Yojana सही या गलत
अग्निपथ योजना के ऊपर रक्षा विशेषज्ञ पीके सहगल ने आजतक न्यूज से बातचीत करते हुवे कहाँ की केंद्र सरकार की यह बहुत खराब योजना है, यह योजना सरकार के लिए अग्निपथ हों सकती है उन्होंने कहाँ आज देश में बेरोजगारी बहुत है 46 हजार युवाओं को इस योजना के तहत भर्ती कराने का जों प्लान सरकार ने बनाया है यहाँ तो लोग आएंगे लेकिन चार साल बाद सिर्फ उनको निराशा ही हाथ लगेंगी पीके सहगल ने कहाँ की हर साल लगभग 55000 हजार हाई स्किल्ड जवान आर्मी, एयर फोर्स, नेवी से रिटायर होते है जिनमें से सिर्फ एक या दो प्रतिशत लोगों को दूसरी नौकरी मिल पाती है, यह सरकार यह अच्छे से नहीं समझा पायी है की चार साल बाद अग्निवीर जवान जब सिविल में नौकरी करने जायेगा तो उसे किस तरीके से नौकरी मिलेगी, पीके सहगल ने ये भी कहाँ की एक बेहतर जवान को आर्मी में तैयार होने में 7-8 साल का लग जाते है, फिर अग्निवीरो को तो सिर्फ 6 महीने की ट्रेनिंग दी जायेगी वो कैसे बेहतर सैनिक बन पायेंगे.
दोस्तों अग्निवीर योजना को सही या गलत हम नहीं आंक सकते वो तो समय के साथ खुद ही पता चल जायेगा की आखिर ये योजना चलती है या नहीं वैसे केंद्र सरकार की योजना है तो इसको सोच - समझ कर ही लॉन्च किया गया होगा |
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