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ऑनलाइन मोबाइल गेम पर हिन्दी कविता |Poem on Pubg 2021

V singh
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दोस्तों आजकल दिन प्रतिदिन गेमिंग मार्केट पर नए-नए ऑनलाइन मोबाइल गेम आते जा रहे है, जिनमें से कुछ मोबाइल गेमों को आप भी बहुत पसंद करते होंगे जैसे Pubg, Free Fire, Cod, आदि वैसे तो दिन मे  थोड़ा बहुत ऑनलाइन गेम खेलना कोई प्रॉब्लम वाली बात नहीं लेकिन अगर हम हद से ज्यादा ऑनलाइन मोबाइल गेम खेलते है या हमें किसी गेम की लत लग गई है ये प्रॉब्लम पैदा कर सकता है इन ऑनलाइन मोबाइल गेमों की लत हमारे दिमाग़, आँख, या यू कहे की पुरे शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकती  है,
आज हम इस पोस्ट मे ऑनलाइन मोबाइल गेम पर हिन्दी कविता (Poem On Pubg 2021) लाये है जो आपको जरूर पसंद आएगी ओर इस कविता के माध्यम से आपको ऑनलाइन गेमों की लत से शरीर पर पड़ने  वाले हानिकारक प्रभावों से अवगत कराया जायेगा,
"😁इन हिन्दी कविताओं  का मकसद किसी गेमिंग लवर को ठेस पहुँचाना नहीं है बल्कि अधिक गेम खेलने से शरीर पर पड़ने  वाले हानिकारक प्रभावों से अवगत कराना है 😁"

ऑनलाइन गेम पर कविता
ऑनलाइन मोबाइल  गेम पर हिन्दी कविता (Poem On Pubg 2021)

ऑनलाइन  मोबाइल गेम पर हिन्दी कविता 

लड़का कहे अपने दोस्त से
आज तुझे सबक सीखाउगा 
रात को आ जाना मैदान में 
तुझे बुरी तरह से हराऊंगा 
मै बोला बेटा ऐसी बाते क्यों
करते हो दोस्त है वो तुम्हारा
उससे क्यों लड़ते झगड़ते हो
लड़का बोला अंकल आप
गलत समझ रहे हो मैंने उसे 
आज रात को गेम मे बुलाया है 
उसके दिए चेलेंज को मैंने अपनाया है
नुब - नुब बोल वो रोज मुझे चिढ़ाता
ओर खुद प्रो बनकर मुझमे रोब है जमाता
उसे आज रात को मै कस्टम मे बुलाऊंगा 
सिंगल -सिंगल मोड पर उसे मार सबक सीखूंगा
मै सोचता ही रह गया की ये क्या कह रहा
इतना छोटा होकर मारने की बाते कर रहा
मैंने पूछा उससे बेटा कितना गेम खेलते हो
वो बोला ज्यादा नहीं रोज 6,7 घंटे खेलता हुँ
ओर बाकी समय में मै खाता, पढ़ता, सोता हुँ
मैंने पूछा खेलने मैदान कब जाते हो
लड़का बोला खेलने क्या जाना है
हमें तो मोबाइल में गेम खेलके
एक दिन प्रो बन जाना है
मैंने पूछा ये गेम खेल तुम्हे क्या मिलता 
मैं सोचा इस सवाल का जवाब
नहीं होगा इसके पास लेकिन लड़का बोला 
इस गेम को खेल  मजा बहुत आता 
 इस  गेम में हमें अनेको प्रकार की
बंदूके, कपडे, बम मिल जाते 
हवाई जहाज में जा कर हम
पैरासूट से मैदान में उतरते 
ओर जो मिला सामने उसे मार गिराते 
ये सुन मै  वहा से चला आया 
क्या समझाता उस लड़के को
वो नहीं सुनता मेरी बात
क्योंकि आज कल ऐसे-ऐसे गेम
मार्केट मे आ गये जो बच्चों को
अपनी लत लगा रहे ओर
मानसिकता ओर शाररीक
रूप से कमजोर बना रहे|

ऑनलाइन मोबाइल  गेम की लत पर कविता 

आज की नई पीढ़ी फस गयी 
ऑनलाइन गेमों की जाल मै 
सपने जो देखते थे कल तक
आज वो  सपने दूर है जा रहे
ऑनलाइन गेमिंग कंपनीयों के
चक्रव्यूह में देश के बच्चे आ रहे 
जहाँ से निकलना मुश्किल लगता
ऑनलाइन गेमों की दुनिया ऐसी है
चाह कर भी छोड नहीं सकते 
सपनो की दुनिया जैसी है 
दिमाग़ मे ये ऐसे असर करते
जिसको खेले बिना हम न रह सकते
जीवन में ऐसे घुल जाते ये
जैसे ये ही हमारे सब कुछ है 
ये ऑनलाइन गेम इंसान की
जिंदगी मे आकर इंसान मे
ऐसे हमला करते
इंसान के दिमाग़, आँख, शरीर को
कमजोर बनाकर इंसान के
सपनो को खा जाते ओर
एक स्वस्थ इंसान को रोगी है बना देते 
मन में ठान लो तो इन गेमों की
लत से बच जाओगे खाली समय को
सही जगह लगाकर गेमों की
जाल से निकल जाओगे|

मोबाइल गेम पर सुन्दर कविता 

दिला दो ना मुझे मोबाइल फोन पापा
मुझे भी ऑनलाइन गेम खेलना है
गेम की खूबसूरत दुनिया मे जाकर 
अपने दोस्तों के साथ भिड़ना है
मत कर इतनी जिद बेटा
मोबाइल फोन लाने की
मोबाइल ला दूंगा तो तू
जिंदगी मे भटक जायेगा
दिन भर मोबाइल मे गेम खेलकर
 गेमों के जाल मे फस जायेगा 
ये गेमिंग की काल्पनिक दुनिया
बेटा इतनी खूबसूरत होती
जिसमे  कोई चले जाये तो
बस वो वही का हो जाता
ओर अपनी वास्तविक दुनिया
को पीछे कही  छोड आता
न वो अपने सपनो को पूरा कर पाता
नहीं शरीर को स्वस्थ रख पाता
ओर  अपने आँख, शरीर,दिमाग़ को
गेमों के हवाले कर आता 
समझ गया मे अब पापा इन
इन गेमों से होने वाले नुकसान को
मोबाइल फोन हम बच्चों के लिए
इतने जरुरी नहीं है जितना जरुरी
हमारा शरीर ओर हमारा भविष्य है|

आशा करते है आपको ऑनलाइन मोबाइल गेम पर हिन्दी  कविता (Poem On Pubg 2021) पसंद आयी होंगी अगर आपको पसंद आयी तो इस कविता का लिंक अपने दोस्तों को जरूर शेयर करे आपका इस ब्लॉग पोस्ट पर आने के लिए ' धन्यवाद '
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