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गाँव पर कविता : Poem On Village In Hindi

V singh
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दोस्तों आज हम गाँव पर एक छोटी सी कविता ( poem ) लाये है, जों हमें बताती है की गाँव कितना सुंदर होता है, जों शहर से काफी अच्छा है, गाँव में चारों तरफ हरयाली, पहाड़, नदी, झरने, पशु पक्षी देखने को मिलते है तो  शहरो में बड़ी - बड़ी बिल्डिंगे, ट्रैफिक, शोर सराबा देखने को मिलता है, जहाँ एक ओर गाँव में शुद्ध हवा, पानी, खाना मिलता है, तो वही दूसरी ओर शहरो में प्रदूषित, हवा, पानी मिलावटी खाना खाने को मिलता है, बहुत से लोगों के मुँह से हमनें सुना है जों गाँव को शहर बनाने की बात करते है, जबकि आज तो जरुरत है शहर को गाँव बनाने की|

Poem On Village
Poem On Village In Hindi


आज हम  गाँव पर कविता : Poem On Village In Hindi   लाये है, जिसमें हमनें बताया है की गाँव शहरों की तुलना में रहने के लिए कितने सही है |

गाँव पर कविता : Poem On Village In Hindi  


चिड़ियों की चहचहाहट सुन
जहाँ रोज सुबह मै उठता हुँ
वह सुन्दर सा गाँव हैं मेरा 
जहाँ अलार्म की जरुरत नहीं पड़ती|

खिड़की खोलते ही जहाँ 
शीतल, ठण्डी हवा अंदर आती
वह सुन्दर सा गाँव है मेरा
जहाँ पंखे, ऐसी, की जरुरत नहीं पड़ती|

पानी ठण्डा होता है इतना की 
पीते ही शरीर में ठण्डक है छा जाती
वह सुन्दर सा गाँव है मेरा
जहाँ फ्रिज की जरुरत नहीं पड़ती|

शुद्ध अनाज, फल, सब्जीयाँ
जहाँ  खाने को मिलती 
वह सुन्दर सा गाँव है मेरा
जहाँ मिलावटी खाना नहीं खाना पड़ता|

शुद्ध वायु चलती  जिसे लेते ही
शरीर में ताजगी आ जाती 
वह सुन्दर सा गाँव है मेरा
जहाँ प्रदूषित वायु नहीं चलती|

नदियाँ इतनी साफ की
जिनमे तैरने में मजा आता 
वह सुन्दर सा गाँव है मेरा
जहाँ स्विमिंग पुल की जरूर नहीं पड़ती|

शिक्षा की सुविधा है यहाँ
माना सरकारी विधालय है
लेकिन पढ़ने वाले विधार्थी के लिए
ये कोई  नालंदा से कम नहीं है|

स्वास्थ्य सुविधा कम है यहाँ
पर बीमारियाँ भी तो कम है
अच्छा खाते है अच्छा पीते है
कठिन परिश्रम करते है 
सब यहाँ स्वस्थ ही तो रहते है|

रोड पहुँच गयी गाँव में
24 घंटे बिजली भी रहती है
वह सुन्दर सा गाँव है मेरा
जों शहर से काफी अच्छा है|

माना शहर में अच्छा  पैसा है 
अच्छे, विद्यालय है हॉस्पिटल है 
पर आज भी बहुत सी चिजे है
जों गाँव को शहर से बेहतर बनाती है|

जहाँ एक ओर दरवाजा खोलते ही
बिल्डिंगो के सिवा कुछ न दिखाई देता 
वही दूसरी ओर दरवाजा खोलते ही
प्रकृति का नजारा मन मोह लेता|

सब को पता है आज की गाँव
रहने के लिए शहर से अच्छे है
फिर भी आज गाँव को
शहर बनाने की बातें चलती 
जबकि  जरुरत तो है आज
शहर को गाँव बनाने की|

दोस्तों आशा करते है आपको हमारे द्वारा लिखी गयी कविता गाँव पर कविता ( Poem on village in Hindi ) जरूर पसन्द आयी होंगी अगर आपको ये कविता पसन्द आयी तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ओर अच्छे - अच्छे कमेंट कर हमारा उत्साह बढ़ाये हम ऐसी ही अच्छी अच्छी हिन्दी कविताएँ लाते रहेंगे ' धन्यवाद आपका दिन शुभ हों'

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