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ज्ञान पर कविता - Poem On Knowledge In Hindi

V singh
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Gyan Par Kavita :- ज्ञान मनुष्य के लिए कितना जरूरी हैं , यह हम सभी को पता हैं ज्ञान के बिना जीना बहुत मुश्किल हैं, ज्ञान को  स्कूल कॉलेज में जा या किताबों को पढ़कर ही हासिल नहीं किया जाता बल्की ज्ञान तो अथा हैं जो हर जगह फैला हैं जिसे बस प्राप्त करने की इच्छा हमारे अंदर होनी चाहिए ज्ञान के बिना इंसान का जीवन अंधकारमय है, इस लिए ज्ञान प्राप्त करना बहुत जरूरी हैं ज्ञान इंसान के अंदर एक ऐसी शक्ति को भर देता हैं जिससे इंसान अपने जीवन को समझ सकें दुःख से निकलने का मार्ग ढूंढ सके सही गलत के बीच का फर्क समझ सकें ज्ञान उस प्रकार पुंज के जैसा हैं जो कभी कम नहीं हों सकता बल्की बढ़ता ही जायेगा और जीवन में उज्यारा भरता ही जायेगा.
केवल पढ़ना लिखना ही ज्ञान नहीं ज्ञान इससे बहुत कुछ हैं अपने आपको जानना ज्ञान हैं , आज के इस ब्लॉग लेख में हम Gyan Par Kavita  या Poem on Knowledge In Hindi लाए हैं ।

ज्ञान पर कविता ( Poem On Knowledge In Hindi )

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ज्ञान पर कविता

ज्ञान पर कविता ( जिस तरह कुछ जल की बूंदें )

जिस तरह कुछ जल की बूंदे 
मुरझाये पौधे को हरा कर देती
उसी प्रकार ज्ञान मिलने पर
इंसान की शक्तियां दिखाई देती

ज्ञान न मिलने पर इंसान 
जीवन में ऐसे भटका रहता
सुख-दुःख के खेल में वो
जीवन भर फसा रहता

जिस इंसान को ज्ञान मिले
वो अपने जीवन को समझता हैं
लक्ष्य बना अपना एक वो
मार्ग में उसी के चलता हैं

न भटका सकता उसको कोई
वो सभी खेलों को समझता हैं
अपने लक्ष्य को प्राप्त कर वो
एक नया इतिहास रचता हैं

कालीदास को ज्ञान के बिना
कौन पहले समझ पाया 
लेकिन वही कालीदास आगे चल
महान कवि कालिदास है कहलाए

सिर्फ़ किताबों के ज्ञान से
तुम ज्ञानी नहीं बन जाओगे
किताबें तो बस शुरुवात हैं ज्ञान की
इस जीवन के ज्ञान को समझें बिना
तुम बिंदु को नहीं प्राप्त कर पाओगे।

- V singh

Gyan Par Kavita ( सूरज तेरा जैसा मुझे भी बनना हैं )


सूरज तेरे जैसा में भी बनना चाहता हुं
ज्ञान का प्रकाश भर अपने अंदर 
मैं भी चमकना चाहता हू
सूरज तेरे जैसा मैं भी बनना चाहता हूं
कब तक ज्ञान के बिना मैं
अंधेरे में ऐसे भटकूंगा 
मैं भी तो अपने ज्ञान को 
दुनियां में फैलाना चाहता हुं
सूरज तेरे जैसा में भी बनना चाहता हुं
इच्छाएं बहुत हैं मेरी
मुझे बहुत कुछ करना हैं
लेकिन ज्ञान के बिना 
कुछ भी कर पाना
लगभग नामुमकिन है
सूरज तेरे जैसा में भी बनना चाहता हुं
 ज्ञान का प्रकाश भर अपने अंदर 
मैं भी चमकना चाहता हूं।
- Vsingh


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दोस्तों आशा करते हैं आपको हमारे द्वारा लिखी ज्ञान पर कविता ( Poem On Knowledge In Hindi ) जरूर पसंद आई होगी और आपको इससे कुछ न कुछ सिखने को भी जरुर मिला होगा अगर आपको Gyan Par Kavita पसंद आई तो शेयर करें कमेंट करें ' धन्यवाद आपका दिन शुभ हों '



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